आप तो नहीं बन सकी भैया.. लेकिन हर वो रिश्ता निभाने की कोशिश करूंगी जिनको सिर्फ आपसे ही उम्मीद थी। वक्त का खेल तो देखो़... हमारी "माँ" ने ये साबित कर दिया की .. वो आपके बिना 'बेजान' है। हर वक्त आपकी कमी महसूस होती है, हर खुशी , हर गम , हर पल में सिर्फ आपका साथ चाहिए, लेकिन हमें तो भगवान ने इस काबिल भी ना समझा कि .. हमारे ऊपर हमेशा आपका हाथ हो. बहुत याद आती हैआपकी भैया..😢 miss u bhai