मुसीबत गले से लगाया है हमने कमाने से ज्यादा गवाया है हमने जमाने की गलती गिनाते रहे हैं खुद को क्या शीशा दिखाया है हमने हवाएँ तो अक्सर बुझाती रही है मुसलसल दिये को जलाया है हमने करते हो क्या जब भी पूछा किसी ने हमेशा मोहब्बत बताया है हमने मशीनें बनाई है दुनिया ने सबको बच्चों को हँसना सिखाया है हमने सियासत भी हमपे मेहरबाँ बहुत है सदाकत को जबसे छुपाया है हमने निशाचर भी अब हमपे हँसने लगे है ये किसको मसीहा बनाया है हमने #nojotopatna