दिल से आवाज़ आयी है जो कहा नहीं जाता वो सब बोलता है दिल शायद आँखों से पता लग जाये क्या कहता है दिल यार अजीब बात है इतनी याद आयी है कि सोचते सोचते मेरी आंख भर आयी है ये मैं नहीं बोल रही ये तो दिल से आवाज़ आयी है सुबह उठते ही आपको देखने को बोलता है सोने से पहले आपको सुनने को बोलता है अब इसको क्या पता कि मेरी जान को भी नींद नहीं आयी है मैंने नहीं बोला ये तो मेरे दिल से आवाज़ आयी है बार बार आपकी तस्वीर देखता है दिल आपकी आँखों और हंसी में क्या ढूंढता है दिल आपकी नज़रों में प्यार देखते देखते मेरी आंख भी शरमाई है मैं नहीं बोल रही ये तो मेरे दिल से आवाज़ आयी है #❣️🌹🌍 ©pragati sahu #जिंदगी