बस इस बात से मेरी उम्मीद बनी रेहती हैं वो मेरे इंतज़ार मे अब भी खडी रेहती हैं एक उसकी नजर हैं कही ठेहरती ही नहीं एक मेरी नजर उसी पे गडी रेहती हैं वो तो आती हैं वो कोलेज रोज़ इसलिए हमारी लेक्चर में अटेंडेन्स पुरी रेहती हैं वो खाती है बेस्टी के साथ ठंडी कुल्फ़ीयां यहा दिल मे मेरे आग लगी रेहती हैं धोखा नहीं खाना अमन तो अपने जैसी धूड सारी खुबसुरत लडकीया मतलबी रेहती हैं #gazal #shayari #khayal