फूल खिलते रहे गुलशन गुलशन लोग मिलते रहे धड़कन धड़कन खुशी हसती रहे आँगण आँगण चेहरे महकते रहे दर्पण दर्पण ख़याल यही रहे ज़हन ज़हन नफ़रत होती रहे दहन दहन एकता का बढ़े वचन वचन शत्रुता का जले कफ़न कफ़न हो ऐसा सब का मनोमिलन हो ऐसा सब का मनोमिलन सुप्रभात। फूल खिलते रहें ये दुआ है मेरी जन कल्याण के लिए प्रार्थना करते रहना भी भक्ति है। #फूलखिलतेरहें #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi