चढ़ने लगा है, ठंडक का एहसास होने लगा है, आ गई है सर्द रातें, तन ये मेरा, ठिठुरने लगा है, ओढ़ लूं तुम्हें चादर बना, वस्ल-ए-इश्क़ को दिल, तड़पने लगा है... नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳