ख़्वाहिश कर ली हमने भी तरक़्क़ी के लिबास को जिंदगी में अपनी शामिल करने की, कर लिया वादा ख़ुद से हमने त्याग से न भय रख आलस का परित्याग कर हर परिस्थिति का निडरता से सामना करने की, ग़र नाकामयाब हुऐ मंजिल तक पहुँचने में तो उस नाकामयाबी से कामयाब होने का तजुर्बा लेने की ख़्वाहिश दिल में रख फिर से उठने की कोशिश हम करेंगे चट्टान से लगने वाले संघर्ष को अपने हौसलों के ठोकर से हटा हर पथरीली डगर का सामना हम करेंगे, पहन कर तरक़्क़ी का लिबास एक दिन काबिलियत से अपनी कामयाबी के इतिहास में हम अपना नाम लिख जायेंगे। ♥️ Challenge-490 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ इस विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।