#OpenPoetry चोरों ने कहा चोरों से, तुम चोरी करना छोड़ दो। तिजोरी में बंद घोटाले हैं, वो कहते हैं तुम बेईमानी छोड़ दो। कुत्तों की तरह वे लड़ते बंद दरवाजे के पीछे, बाहर आकर कहते हैं तुम आपस में लड़ना छोड़ दो। दिल में खोट कारनामें है काले जिनके, वे सफेद कुर्ते मैं मातम हमारी खुशियों का मनाकर....... कहते हैं अब तुम रोना छोड़ दो। खुद को हमारी सरकार बताते, फिर कहते हैं हम सेवक तुम्हारे हमपर शक करना छोड़ दो। मुद्दत से जुमलों को वादा बतलाकर हमको सताते, अब हम कहते हैं नेताजी जुमलेबाजी छोड़ दो। #ab_jumlebaazi_chod_do