Nojoto: Largest Storytelling Platform

बता नहीं सकते कि छोटी छोटी उलझनों ने हमें कितना सु

बता नहीं सकते कि छोटी छोटी उलझनों ने
हमें कितना सुलझा के रखा है।
तुझे क्या पता ज़िंदगी हमने तुझे खुद
कितना उलझा के रखा है।।
रोते रहते है लोग अक्सर किस्मत को कोसते
हर ख्वाहिश को अपनी, बस इल्तजा पर रखा है।
ये कहा किसीने, सब पहले से लिखी है किस्मत
तो कोशिशों को क्या हमने बस बेवजह रखा है

Think...!! Log kismat ke aage haar jaate hai
Or samajh lete hai ki jo hoga dekha jayega
Try, put efforts and prove yourself instead of cryinga d lying on bed lukin sad
बता नहीं सकते कि छोटी छोटी उलझनों ने
हमें कितना सुलझा के रखा है।
तुझे क्या पता ज़िंदगी हमने तुझे खुद
कितना उलझा के रखा है।।
रोते रहते है लोग अक्सर किस्मत को कोसते
हर ख्वाहिश को अपनी, बस इल्तजा पर रखा है।
ये कहा किसीने, सब पहले से लिखी है किस्मत
तो कोशिशों को क्या हमने बस बेवजह रखा है

Think...!! Log kismat ke aage haar jaate hai
Or samajh lete hai ki jo hoga dekha jayega
Try, put efforts and prove yourself instead of cryinga d lying on bed lukin sad
tarunmadhukar6794

maddylines

New Creator