तन्हाई, ख़ामोशी और यादें रहती हैं इस शोर में बस तेरी बातें रहती हैं !! जागने पर भी ख़्वाब मेरे टूटते नहीं जागी हुई मुझमें मेरी रातें रहती हैं !! क्या सुबह, क्या शाम और क्या रात एक तस्वीर तकती ये आँखें रहती हैं !! हों लम्हें फुर्सत के तो आना जनाज़े पर अधूरी तुमसे कुछ मुलाकातें रहती हैं !! #nojotohindi #tourchandigarh