तेरी वो उलझी - उलझी बातो को समझ कर भी न समझ सी बन जाती थी मैं तुझे खोने के डर से अक्सर तेरी गलतियों पर पर्दा डाल देती थी मैं तेरे इश्क़ में इस कदर पनाह हो गई थी की तुझे पहचाने में ही चुक गई थी मैं Suman chauhan #वो#उलझे #से#रिश्ते#सुल्ज़हाते#सुल्ज़हाते#ताउम्र#लग#गई#रिश्ते#टूटे#दिल#की#दास्ता#हर#एक#की#है#किरदार#अलग#मिलेंगे#हालत#सब#के#एक#है