एक नई शुरुआत ****************** इंसान कभी भी इतना नही टूटता जिससे की वो नई शुरुआत न कर सके, जब तक उसके धमनियों में लहू है, उसमें जीवन है वो जीतने के योग्य है, "हार मुकम्मल तब तक नही, जब तक जान तुझमें बाकी है।" रो लिया हो अगर, पछता लिया हो अगर, खुद को कोष लिया हो अगर, तो आगे बढ़ अब हार स्थिर कहां किसी के जीवन में एक नई पहचान तुम्हारे इंतजार में है । हर नई शुरुआत के लिए कुछ पुराने सपनों का टूटना जरूरी होता है, ये प्रकृति का नियम है । शाख पर नए पत्ते तभी आते है जब पुराने पत्ते शाख से अलग होते है । बदलाओं से डरो नहीं क्योंकि हर बदलाव के पीछे कोई बड़ा कारण होता है । वो कारण क्या है तलाश करो और शुरुआत करो नए हार की या जीत की ... "समर्पण पूरा होगा अगर तो झुकना पड़ेगा आसमा को भी तुम्हारे स्वागत के लिए ।" ©Abhi A new journey of life never end...