हे माधव तुने ऐसा अधर्म होने ही क्यों दिया ? मनुष्यों को तुम कैसी शिक्षा देना चाहते थे? क्या शिक्षा देने के लिए एक स्त्री के लाज का दाव लागाना आवश्यक था ? क्या इससे अधर्मीयों के लिए कुकृत करने का एक अवसर का द्वार नहीं खुल गया ? अगर धर्म इतना निर्बल और निष्ठुर हो कर मौन अधर्म होता देख सकता है, तो ऐसे धर्म का अनुसरण कौन करना चाहेगा ? ©Milan Sinha #dharm #adharma #god #thought #ekswaluparwalese