होठों पे सच्चाई रहती थी, जहाँ दिल में सफाई रहती थी, हम उस देश के वासी है हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा बहती थी मेहमान जो हमारा होता था वो जान से प्यारा होता था मेहमान जो हमारा होता था वो जान से प्यारा होता था ज्यादा की नहीं थी लालच हमको थोड़े में गुजारा होता था थोड़े में गुजारा होता था बच्चो के लिए जो धरती माँ सदियों से सभी कुछ सहती थी हम उस देश के वासी है हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा बहती थी