Tum Ghazal Ban gayi पल्लव की डायरी ख्वाबो में सपने बुनने लगा हमसफ़र की तारीफों में शब्दों का जखीरा बढ़ने लगा कोरे कागजो में महबूब का चेहरा पढ़ने लगा चाँद की खूबसूरती को महबूबा के प्यार में पेश करने लगा तुम ही मेरी पहली पसंद सिर्फ तुम्हारे लिये में गजल कविता लिखने लगा प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" गजल कविता लिखने लगा #GhazalBanGayi