सँवार कर फिर ज़ुल्फ़-ए-परेशान किया ना करो खुदा के वास्ते इस कदर इतना सताया ना करो छोड़ कर गम वो सारे निगाहों में अब नींद पलने लगे है यार टूटे लड़के को फिर से सोने की आदत लगाया ना करो आग लगेगी इश्क की तो पूरा बदन ज़द में होगा नज़रो से नज़रे मिलने को हर बार इश्क बताया ना करो— % & #yqbabaquotes #restzone #aestheticthoughts #kunalpoetry #yqdidi #hairlove #weakness #kunu