देखा है हमने तेरी आँखों में, उस रात का कहर। व्यान कर रही है, वो तिश्नगी, वो सीने की लहर।। छुपा ले लाख तू, अपनी आँखों की नमी। अरे! यार हैं हम, भाँप लेंगे हर तेरी कमी।। #shatyagashi #रंजू