वैसे तो कोई बात नही, तेरे बिन मैं रह लूंगी। जब भी तेरी याद आयेगी, वो गम भी मै सह लूंगी। जब ठंड मुझे सतायेगी, तेरी याद मुझे फिर आयेगी। सर्द भरी रातो में, तेरी कमी मुझे रुलायेगी। वैसे तो कोई बात नही, ठंड भी मै सह लूंगी। पर तुम्हें याद किये बिना, कोई लम्हा न जियूगीं। वैसे तो कोई बात नही, तेरा हर दर्द मैं सह लूगीं। तुम्हें दूर से ही खुश देखकर, मैं भी खुश हो लूंगी। वैसे तो कोई बात नही, तेरी यादो से ही, तेरी कमी को भर लूंगी। तुम्हें दिल में बसाकर ही अपनी कहानी पूरी कर लूंगी। ©Hema Shakya #koibaatnahi