आज तो अमृत कुण्ड भी फिका लगा मुझकों तेरे हाथ की मिठाई के आगें। जहाँ में इतना पाक बन्धन न देखा जो हो तेरी राखी के दागे के आगें।। सोने चांदी और हीरे के भी ज़ेवर। फीके से लगतें है तेरी राखी के दागे के आगें।। लगती होंगी जहाँ में सर पर रखें ताज की भी बोलियां। सारे जहाँ की दौलत भी कुछ नहीं लगती हैं मुझे तेरी राखी के दागे के आगें।। ख़ुदा भी मुझकों कुछ दे तो भला क्या ही दे दे। इस संसार मे कुछ भी बड़ा है ही नहीं तेरी राखी के दागे के आगें।। खुशियों और सुकून से भरा देवलोक भी बे सुना लगे मुझकों। तेरी राखी के कण कण में शिव धाम सा लगें मुझकों, कुछ न लगें मुझकों जो हो तेरी रखी के दागे के आगें मुझको।। कुछ न लगें मुझको...........रखी के दागे के आगें मुझकों...! तेरी राखी के कण कण में शिव धाम सा लगें मुझकों, कुछ न लगें मुझकों जो हो तेरी रखी के दागे के आगें मुझको।। कुछ न लगें मुझको...........रखी के दागे के आगें मुझकों...! #happyrakshabandhan #happyjanmashtami #god #positive #yqbaba #yqdidi #yqaestheticthoughts #yqtales