पैडल से तुम चलती हो,शरीर को तंदुरुस्त रखती हो। समय बचाकर तुम सभीको मंजिल तक पहुंचाती हो। वक्त बचाकर संग संग तन को चुस्त दुरुस्त रखती हो। तुम ना ही पेट्रोल खपाती,और ना ही शोर मचाती हो। बच्चो को तुम बहुत भाती हो,सैर सुबह करवाती हो। न ध्वनि प्रदूषण करती और ना ही तुम धुआं छोड़ती। मजदूरों की प्यारी हो,बनी तुम्हीं गरीब की सवारी हो। सस्ती हो तुम,सुन्दर हो,सड़कों पर सरपट चलती हो। ट्रिन्न ट्रिन घंटी बजती,मन को बहलाती हुई चलती हो। तुम्हारा न कोई तोड़ है बायसाइकिल नाम बेजोड़ हो। पर्यावरण प्रेमी हितेषी की बनी तुम प्यारी सवारी हो। पर्यावरण की रक्षक हो, बनी तुम शान की सवारी हो। JP lodhi 03/06/2020 #World Bicycle day