जैसे जैसे मेरे लिखने का हुनर निखरता गया झूठ सँवरता गया, सच बिखरता गया ©Sarfaraj idrishi #GoldenHour जैसे जैसे लिखने का हुनर निखरता गया झूठ सँवरता गया, सच बिखरता गया akash shrivastav बाबा ब्राऊनबियर्ड