#OpenPoetry तारों ने की खूब तारीफ चाँद की ! कुछ पल चाँद के गलतफहमी में गुजर गये। नजर पड़ी जब तुम पर तारों की तो वो भी अपनी तारीफों से मुकर गये। अब तो आसमां भी झुकना चाहता है ! झुक कर एक बार तुमको करीब से देखना चाहता है। समंदर को भी लहरों में अब कुछ खास दिलचस्पी नहीं ! वो भी तुम में समा जाना चाहता है। - Ankit dhyani #OpenPoeatry #nojoto #nojotohindi