माह जनवरी छब्बीस को हम सब गणतंत्र मनाते | और तिरंगे को फहरा कर, गीत ख़ुशी के गाते || संविधान आजादी वाला, बच्चो ! इस दिन आया | इसने दुनिया में भारत को, नव गणतंत्र बनाया || क्या करना है और नही क्या ? संविधान बतलाता | भारत में रहने वालों का, इससे गहरा नाता || यह अधिकार हमें देता है, उन्नति करने वाला | ऊँच-नीच का भेद न करता, पण्डित हो या लाला || हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब हैं भाई-भाई | सबसे पहले संविधान ने, बात यही बतलाई || इसके बाद बतायी बातें, जन-जन के हित वाली | पढ़ने में ये सब लगती हैं, बातें बड़ी निराली || लेकर शिक्षा कहीं, कभी भी, ऊँचे पद पा सकते | और बढ़ा व्यापार नियम से, दुनिया में छा सकते || देश हमारा, रहें कहीं हम, काम सभी कर सकते | पंचायत से एम.पी. तक का, हम चुनाव लड़ सकते || लेकर सत्ता संविधान से, शक्तिमान हो सकते | और देश की इस धरती पर, जो चाहे कर सकते || लेकिन संविधान को पढ़कर, मानवता को जाने । अधिकारों के साथ जुड़ें, कर्तव्यों को पहचानो । ©suryachoudhery 26 January 2022 Hearty congratulations to all brothers in advance