Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज रो दूंगी मैं, आपसे एक दिन इस बात पे जब रूठी थी

आज रो दूंगी मैं, आपसे एक दिन इस बात पे
 जब रूठी थी तो मानाया क्यू नहीं।

कहते हो प्यार करते हो मुझसे, जो दिखाया मैने नखरा तो उठाया क्यू नहीं।

मुंह फेर कर जब खड़ी थी मैं वहां, बुलाकर पास सीने से लगाया क्यू नहीं।

पकड़ कर आपका हाथ पूछी थी आपसे हक अपना, 
तो आपने मेरा हक बताया क्यों नही।

इस धागे का एक सिरा आपके पास भी तो था 
उलझा था अगर मुझसे, तो आपने सुलझाया क्यू नहीं।

©Amrit Yadav
  #Soul #amrit