"इश्क़ में धड़कन चुराना" इश्क़ में धड़कन चुराना पास आकर तुम मुस्कुराना कहनी हो जो बात दिल की बन्द लबों से तुम कह जाना रोकेगा जब जहान तुमको कदमों को ना पीछे हटाना बोलती हैं वो बात आंखें तेरी जो चाहते हो मुझको बताना बहुत ही किताबी है चहेरा तेरा लिखा हो चाहतों का जैसे फ़साना ऐब ढूंढती है दुनिया उस दीवानें मे हुनर है जिसका इश्क़ में ख़ुद को भुलाना इश्क़ में धड़कन चुराना पास आकर तुम मुस्कुराना। ©Roohi Quadri #इश्क❤️