चल तुझे जन्नत की शेर करता हू, जन्नत कैसा जन्नत? प्रेम की दुनिया पगली🙏 कैसा प्रेम? जहा पाने के लिए नहीं, जहा सिर्फ प्रेम दिया जाता है। अच्छा तोह पाने के लिए क्या करना पड़ेगा ? पार्थना🙏 ©विपुल साह #प्रेम प्रेम कुदरत का दिया हुआ अनमोल टोफा है🙏