सभ्यता के घने आवरण हो गए। प्रश्न जीवन के सब आमरण हो गए। उर्मिला बन के महलों में तुम ही रहीं। हम भटकते हुए लछमण हो गए। अमित शुक्ला #NojotoQuote #भटकन