मेरी तो रात नहीं होती, इन जगती आँखों में निद्रा की क्षणभंगुर भी, खैरात नहीं होती !! अब मौसम भी तो है न, पर ये रुख नहीं देता क्या करूँ कि सावन में, बरसात नहीं होती !! © चैतन्या ख़ुद से नाराज़गी सी रहती है जब तुमसे बात नहीं होती #बातनहींहोती #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi