मध्यम वर्गीय परिवार क्या लिखूं मैं उनकी कहानी ,जिनकी जुबां पे भी एक ताला है।जो अपनों बच्चों को अफ़सर बनाना चाहते हैं,मुश्किल से उन्हें मिलता एक वक़्त का निवाला है।। जो खुशी कोई तो चहल दीवाली की,जो गम तो बस उस सीलन वाले कमरे का हवाला है।हिदायतें बहुत मिलती हैं जीवन जीने की उन्हें, पर ना उनसे कोई ज्यादा बड़े दिल वाला है।। #madhyamwargiyparivay#family#happiness