कभी जिस कागज़ी इतर पर फ़िदा होकर उसे महसूंस कर हम दूसरी दुनियां में जीया करतें थें, आज इस पी.डी.एफ. के दौर में ये आंखें उन्हीं "क़िताबी" ख़ुशबुओं को तलाशतीं हैं हृदय...!!! -रेखा "मंजुलाहृदय" ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #क़िताब #ज़िंदगी #book #life #pdf #exams #मंजुलाहृदय #Rekhasharma #NojotoWriter #Oct 6th, 2020