ये कैसा न्याय है, की एक लड़का चाहे जो अपनी मर्जी से कर सकता है, पर एक लड़की को हर काम पे टोका जाता है, उसको उसकी मर्जी से रोका जाता है, ये तो अजीव ही बात है कि लड़का करे तो सब ठीक और लड़की करे तो सब गलत, लड़की देर से आये तो सवाल? लड़का देर से आये यो कुछ नहीं। लड़की लड़का पटाये तो हंगामा, और लड़का किसी लड़की को पटाये तो कुछ नहीं, इसमें फ़र्क़ कहाँ है बात तो एक ही है । लड़की को हर चीज़ लड़कों के बाद ही क्यों दी जाती है, जबकि लड़कियाँ अपनी जिम्मेदारी लड़कों से ज्यादा निभाती है, शादी में दहेज, जीवन भर लड़के वालों की ग़ुलामी, तलाक, झगड़ा, विधवा, निसन्तान और न जाने क्या क्या दाग उसके ही दामन पर क्यों लगाए जाते हैं, रिश्ते में तो दोनों बराबर ही आते हैं? इसी तरह एक भाई अपनी बहन को किसी लड़के से दोस्ती प्यार करने से रोकता है, जबकि बाहर जाकर खुद दिन रात किसी की बहन से प्यार दोस्ती करता है? नारी का सम्मान करो, उसको बराबर का हक़ दो । जिस समाज में नारी का सम्मान हो वो बेहतर होता है। जय मातृशक्ति #Women #NojotoHindi #Truelove #dosti #pyar #Vipendra Latika Chawda "लाली" Sonakshiकॉफीकास्वाद