पांच तत्व से रचित एक मकान है । जिसमे तेरे होने का अनुमान है । जो तुम मानो तो तुहारी ये काया वरना ये तो एक पहेली अनजान है ।। देवांश पाराशर #Health#google#kavishala#2Liner#nojoto#DevanshParasharPoems