White इतनी सिद्दत से मैं तुझको याद करता हूं जैसे जुगनू किसी सर्द रातों को याद करता है , मैं तेरी परछाई के साथ साथ चलता हूं जैसे चांदनी रातों में कोई चांद चलता है तेरी मुस्कान जैसे खिले बागों में कलियां तेरी जुल्फों से सहराओ में रंगत आती है तूं जो बोले तो जैसे बागों में कोयल चहचहाती है , तेरी खुशबू से ये दुनियां महक जाती है , लग जाए ना तुमको हमारी नजर इसलिए चांद भी बादलों में छुप छुप कर तेरा दीदार किया करता है , इतनी सिद्दत से मैं तुझको याद करता हूं जैसे जुगनू किसी सर्द रातों को याद करता है , ~गुलफाम खान ©GULFAM KHAN #love_shayari shayari status shayari love sad shayari