अगर मैं शराब होता वर्ष,सोडा, ठंडा पानी सब का खास होता , गम में चाहे खुशी में मैं ही सबके पास होता। अगर मैं शराब होता ड्राई डे मेरा रेस्ट और हैप्पी आवर में बेस्ट होता हर बूंद में मेरी आराम और पुराना होके भी न खराब होता ।। अगर मैं शराब होता गले से उतरता सिर पे चढ़ता हर दिल में मेरा राज होता, न कोई बरगीन न एक्सचेंज हर सर का ताज होताlll ©कुलदीप पटेल khrab