#eid_mubarak देखते हो हमे चाहत से ये अदा अच्छी लगती है,दिल आपका भी है मचलता ये आंखे बोलती है//१
मुद्दतों से तेरे दीद को मुंतजिर है*सुर्ख_चश्म,तु भी मेरे दीदार को है तड़पता ये आंखे बोलती है//२*रोने से हुई लाल आंख
तेरे यादों में रहते है*मरासिम की तरह,के तु भी याद हमे शिद्दत से है करता ये आंखे बोलती है//३*संबंध बनाना
जब भी गुजरे तेरे पहलू से *गजालों की तरह,तु भी नेक नियत से है गुजरता ये आंखे बोलती है//४*हिरण
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