तुम्हारी आँखों से आंखे मिलेंगी कैसे, दिल का तो यही सवाल है ?? पलकों पर ये बोझ कैसा है, ख़्वाहिशों ने अपना वजन बढ़ा लिया क्या? जो मिले कोई अपना सब वजन घट जाएगा, खुद पर भरोसा रख, सुखद परिणाम तुझे मिल जाएगा ।। थम ले अब हाथ मेरा, ख्वाइशों को कर पूरा !! खत्म सभी बवाल है..