जब हद से ज्यादा,बेचैनी बढ़ जाती है, उम्मीद की शमा नजर नहीं आती है। जब तन्हाई हरदम,झक मारने आती है, कभी-कभी उदासी भी थक जाती है।। जब तन्हाई झक मारती है। #udaasi #कभी_कभी #उदासी #बेचैनी #शमा #नजर #उम्मीद #तन्हाई #जिंदगी #nojoto