#नमाज़ कितनी बार कई लोगों ने पूछा मुझसे मल्लिका पांच वक़्त की नमाज पढ़ती हो.... एक बार एक लड़की ने कॉलेज में पूछा था मुझसे... मै चुप चाप सुन रही थी...उसने कहाँ सुबह की नमाज़ को फ़जर, दोपहर की नमाज़ को ज़ोहर, शाम से पहले असर, शाम के वक़्त को मग़रिब और आधी रात से पहले पढ़ी जाने वाली नमाज़ को इशा की नमाज़ कहा जाता है. मगर इन पांचों नमाज़ों में शुक्रवार के दिन तब्दीली होती है...अक्सर उसे मुझसे बातें करना अच्छा लगता था..... एक दिन उसने कहा तुम्हारे परिधान बिलकुल हमारी तरह लगता ही नहीं तुम हमसे अलग हो.. 😊😊 मैने कहाँ अलग क्यूँ..नाम मल्लिका है ओर वो खूब हॅसने लगी..क्युंकि बोलती हूँ ना हे प्रभु अवतार ले लिया ना 😊😊.... नाम तो दादा जी ने रखा ओर वो तो गॉड के पास है ना.... ©Mallika #Thoughts