सफ़र की सुबह से, सफ़र की शाम तक आओ सुनो अंतर को, अंतर के धाम तक शब्द-शब्द झिलमिल हों, शब्दों के ठाम तक स्नेह भरी कविता हो, स्नेहा के नाम तक #स्नेह #alokstates #snehawrites #lovequotes #bestyqhindiquotes #life #poetry #heart