अकसर हम कार्य को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मेहनत तो करते हैं पर हालात से समझौता करके हिम्मत हार जाते हैं। क्या इसे क़िस्मत कहते हैं? अकसर यही होता आया है पर क्यो, समझ नही पाया हालातों से लड़ते-लड़ते हिम्मत हार जाते हैं।