यूँ बैठे बिठायें रात न किया कर। जिंदगी मांग रही है कुछ, उसका भी हिसाब किया कर। कब तक दूसरों पर दोष मड़ता रहेगा । कुछ गलतियों को खुद भी स्वीकार किया कर।। उसकी आँखों में आँशु देखकर खुश होने का यार ये छलावा तो तू न ही किया कर। हम को वो भी दिख रहा है जो तू दिखाना नही चाहता हम भी किसी के आशिक़ है हल्के में न लिया कर सागरो से बिछड़कर आये होंगे ये बारिद भी फ़क़त इनके बरसने को बरसात न समझकर।। #NojotoQuote #instaram