बहुत दर्द है तेरी जुदाई में, लम्हे कटते कहां तनहाई में, तुमसे बिछड़ के राते रो रो कटी है, तेरी आंखों में भी नमी है क्या? रात कटती नहीं दीवारें तक के, ये आंखे चाहती है बस दीदार तेरा, मेरी रातों में तेरी कमी है,तू भी रातो में जगी है क्या? तुम कहते हो मोहब्बत थी है और हमेशा रहेगी, मेरे दिल में तो बस तेरी मोहब्बत है,तेरे दिल में बची है क्या? मेरे दिल में तो बस तेरी मोहब्बत है, तेरे दिल में बची है क्या...