मर रही हैं रूह मेंरी रूह को बदन से जिंदा निकलना हैं मर ना जाये कही क़ैद में ये इश्क़ का पंछी पंछी को कैद से जिंदा निकलना हैं....!! - " ध्रुव "....... #कैदपंछी