ये बात एक दिन, महीने या साल की नहीं है जो आज कैलेंडर के पन्नों के साथ बदल जाएगी कहानी शुरू तो बहुत पहले ही हो चुकी है अब अंजाम के साथ जिंदगी में रंग लाएगी जो कल तक हमारे कसमें, वादे और अरमान थे आज वो हक़ीक़त बन, जिंदगी में संवर जाएंगे इस बदलते दौर में, अगर कुछ नहीं बदल रहा है । वो बस मोहब्बत है, जो जिंदगी को जन्नत बनाएगी ।। #एक_अधूरी_कहानी