अजनबी ही सही गुस्ताख़ी माफ़ तो है, कलम से सही मगर दिल साफ़ तो है, लिख के नूर तेरा हर रोज सोचता हु, चरचो में हुई गलतियां माफ़ तो है... Gustakhi khushi kumawat.. 😊 sanju panwar