अंधेरों से बाहर निकल रहा हूँ मैं.. अपने चिराग रोशन कर रहा हूँ मैं.. ख्वाहिश है कि अब ना लौटूँ इनमें.. आगे बढ़ने की एक कोशिश कर रहा हूँ मैं.. #ज़िन्दगी_का_सफर अब खुलकर करना है