Instagram-@kunwar_shayar जहन परेशान है अब नीद नहीं आती है तुम्हारे बदन की कशिश मुझे लुभाती है चिराग की लौ में ये चमकती खूबसूरती उसरती अँधेरी रात में चांदनी लाती है कुँवर अरुण ©Kunwar arun ¥ पूरी ग़ज़ल जल्द ही #peace