अजीब है खेल है ये इश्क बाजी का, जिसमे बड़ा दर्जा हे नाराजी का। यु कहा किसी का पहला इश्क मुकम्बल होता है, गिर कर इश्क के दरिया में कहाँ कोई संभालता है।। by_Nilesh~keshriya.......... ishqe baaji....