ढलता हुआ सूरज देखकर छोड़ दिया था जिसने हमें उगता हुआ सूरज देखकर अक्सर वहीं याद किया करते है, चाहा तो बहुत था उनको इस महफिल में शायद उनको चांद से ज्यादा सूरज का कीमत पता नहीं था। कभी सुबह का सूरज और रात का चांद वहीं हुआ करते थे इस अंधेरी दुनिया में मेरे लिए उजाला वहीं हुआ करते थे ना जाने किसकी नज़र लग गई ए खुद अब जीवन में मेरे अंधेरे का कारण बस वहीं हुआ करते है। #ankur mishra# 🙃🙃🙃🙃 #ankurmishra