तुमने जब मुँह फेर ही लिया किसी से क्या शिकवा करें फ़िर साथ चलते-चलते जब रुक ही गये क़दम मन को कैसे उड़ने को कहें फ़िर माना था जब तुम्हीं को हमदम अपना और किसी को कैसे अपना कहें फ़िर वादा जो किया वो तोड़ ही दिया जब दिल को कैसे जुड़ने को कहें फ़िर आशा देने वाला कर गया निराश जब किसी और से क्या उम्मीद रखें फ़िर अपना मन ही अपना नहीं रहा जब किसी और से क्या शिकवा करें फ़िर Muनेश...Meरी✍️🌹 #मुँहफेरलिया #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi